पहली लिस्ट में बदल गए बहुत से चेहरे…

भाजपा की पहली लिस्ट में बहुत से पूर्व पार्षदों और वर्तमान पार्षदों को मौका मिला है जबकि कई बड़े नाम टिकट पाने से वंचित रह गए.

पहली लिस्ट, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 57 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी. पहली सूची में अनुसूचित जाति के 11 उम्मीदवारों जबकि 4 महिलाओं को मौका दिया गया है. हालांकि पहली लिस्ट में बीजेपी ने बहुत से पुराने चेहरों पर ही एक बार फिर से दांव खेला है लेकिन कई ऐसे लोगों को भी मौका दिया है जिन्होंने दूसरी पार्टियों को छोड़कर भाजपा का दामन थामा है.

जैसी कि संभावना जताई जा रही थी कि भाजपा बहुत से टिकट बदलेगी, पहली लिस्ट में ऐसा दिखता भी है. इस बार 26 नेताओं के टिकट काट दिए गए हैं. टिकट कटने वालों में दिल्ली प्रदेश के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष और रिठाला सीट से तीन बार के विधायक रहे कुलवंत राणा का नाम भी शामिल है. कुलवंत राणा अतीत में दिल्ली में सर्वाधिक वोटों से जीतने वाले विधायकों में से भी रहे हैं. पार्टी ने कुलवंत राणा की जगह पूर्वांचल की पृष्ठभूमि के मनीष चौधरी को प्रत्याशी बनाया है. ऐसा संभवतः रिठाला क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली बुद्ध विहार जैसी घनी आबादी वाले वार्ड को देखते हुए किया गया है. बुध विहार पूर्वाचलियों की कॉलोनी है जिसकी आबादी उस क्षेत्र के दूसरे करीब 2 वॉर्ड की आबादी के बराबर बताई जाती है.

पार्टी के टिकट से वंचित रह जाने वालों में एक और बड़ा नाम तिमारपुर की पूर्व विधायक प्रो. रजनी अब्बी का भी है. उनकी जगह कांग्रेस से आए सुरेंद्र सिंह बिट्टू को उतारा गया है. इसके अलावा बादली से राजेश यादव, बवाना से गुगन सिंह रंगा और सुल्तानपुर माजरा से प्रभु दयाल का भी टिकट काट दिया गया है. मॉडल टाउन से विवेक गर्ग का टिकट काटकर उनकी जगह आम आदमी पार्टी के पूर्व मंत्री और करावल नगर के पूर्व विधायक कपिल मिश्रा को उतारा गया है. पार्टी ने ऐसा पूर्वांचलियों की आबादी को देखते हुए, आप पार्टी के विधायक अखिलेशपति त्रिपाठी को टक्कर देने के लिए किया है.

उपरोक्ट सीटों के अलावा मंगोलपुरी (सुरक्षित) सीट से सुरजीत, त्रिनगर से नंदकिशोर को भी इस बार बीजेपी ने टिकट नहीं दिया. इसी तरह से सदर बाजार से प्रवीन जैन, बल्लीमरान से श्याम लाल, लक्ष्मीनगर से बी. बी. त्यागी, गांधी नगर से जितेंद्र चौधरी, सीलमपुर से संजय जैन, घोंडा से अजय महावत, पटेल नगर से कृष्ण तीरथ का टिकट काट दिया है. जनकपुरी, उत्तम नगर, पालम, जंगपुरा, मालवीय नगर, अंबेडकर नगर, ग्रेटर कैलाश, कोंडली और पटपड़गंज विधानसभा सीटों पर भी पार्टी ने नए चेहरों को मौका दिया है.

भाजपा पूर्वाचलियों के सहारे दिल्ली की चुनावी बैतरणी पार करने की कोशिश तो कर रही है लेकिन उसकी पहली सूची में पूर्वांचलियों को उम्मीद से कम मौका मिला है. अब तक घोषित 57 उम्मीदवारों में बीजेपी ने सिर्फ 8 पूर्वांचली उम्मीदवार के नाम की घोषणा की है. जबकि पार्टी की ओर से दावा किया गया था कि इस बार विधानसभा चुनाव में बड़ी संख्या में पूर्वांचली उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जाएगा. वहीं पिछले चुनावों में पूर्वांचलियों का एकमुश्त वोट पाकर 70 में से 67 सीटें जीतने वाली आप पार्टी ने 12 पूर्वाचली चेहरों को मैदान में उतारा है. 

आपको बता दें कि दिल्ली में करीब 40 फीसदी वोटर पूर्वांचल क्षेत्र के हैं. लगभग 25 से 30 विधानसभा सीटों पर इनकी संख्या निर्णायक है. पूर्वांचल से ताल्लुक रखने वाले भाजपा के उम्मीदवारों में लक्ष्मी नगर से अभय वर्मा, विकासपुरी से संजय सिंह, मॉडल टाउन से कपिल मिश्रा, द्वारका से प्रद्युम्न राजपूत, बादली से विजय भगत, रिठाला से मनीष चौधरी, पालम से विजय पंडित और सीलमपुर से कौशलेंद्र मिश्रा शामिल हैं.

हालांकि पार्टी ने अभी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाले के सामने नई दिल्ली से कोई प्रत्याशी नहीं दिया है. बताते चलें कि नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख मंगलवार 21 जनवरी 2020 तय की गई हैं. दिल्ली में 8 फरवरी 2020 को चुनाव होंगे और 11 फरवरी को नतीजे आएंगे.

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