प्रत्याशी उतारने में ‘आप’ सबसे आगे…

आम आदमी पार्टी ( आप )ने मंगलवाव को सभी 70 सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी.

दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी करने में आम आदमी पार्टी (आप पार्टी) सबसे आगे रही है. आप पार्टी ने 14 जनवरी को एक साथ दिल्ली की लिए सभी 70 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी. पार्टी ने जहां मौजूदा 46 विधायक को फिर से टिकट दिया है तो वहीं 15 विधायकों के टिकट काट दिए है. पार्टी ने आठ महिलाओं को भी मैदान में उतारा है.

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, “इस बार 46 मौजूदा विधायकों को टिकट दिया गया है, जबकि 15 विधायकों को बदला गया है. जो 9 सीटें खाली हुई थीं, नए उम्मीदवारों को दी गई हैं. उन्होंने कहा कि पिछली बार AAP ने 6 महिलाओं को टिकट दिया था, इस बार 8 महिलाओं को टिकट दिया गया है.”

सिसोदिया जिन नौ सीटों के खाली होने की बात कर रहे हैं ये वे सीटें हैं जिनके विधायक या तो पार्टी छोड़कर चले गए या फिर पार्टी ने उन्हें बाहर का रिस्ता दिखा दिया था. आप पार्टी ने जिन 15 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के टिकट काटे हैं उनमें से कुछ पर उसने लोकसभा चुनावों में अपने प्रत्याशियों और दूसरी पार्टी से हाल ही में आए नेताओं को मौका दिया है.

आम आदमी पार्टी ने इस बार तिमारपुर से मौजूदा विधायक पंकज पुष्कर का टिकट काटकर वहां से दिलीप पांडे को अपना प्रत्याशी बनाया है. दिलीप पांडे उत्तर-पूर्वी दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़े थे और अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए थे. बवाना विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक रामचंद्र का टिकट काटकर वहां जय भगवान उपकार को टिकट दिया गया. हालांकि उत्तर-पश्चिमी दिल्ली से पार्टी के प्रत्याशी और बवाना से भाजपा टिकट पर 2013 में विधायक चुने गए गुग्गन सिंह 30 दिसंबर 2019 को फिर से भाजपा में शामिल हो गए. 

इसी तरह, मुंडका विधानसभा सीट पर सुखबीर दलाल का टिकट काटकर ‘आप’ ने धर्मपाल लाकड़ा को प्रत्याशी बनाया है, जबकि पटेल नगर से हजारीलाल चौहान का टिकट काटकर राजकुमार आनंद को प्रत्याशी बनाया गया है.

इसी तरह आप पार्टी ने त्रिलोकपुरी से राजू धींगान का टिकट काटकर वहां से अपने पार्षद रोहित कुमार मैहरोलिया को उतारा है जबकि कुंडली से मनोज कुमार की जगह एक और पार्षद कुलदीप कुमार को उम्मीदवार बनाया है. सीलमपुर से हाजी इशराक का टिकट काटकर अब्दुल रहमान को प्रत्याशी बनाया गया तो गोकुलपुर से चौधरी फतेह सिंह का टिकट काटकर चौधरी सुरेंद्र कुमार को उम्मीदवार बनाया गया है.

हरी नगर से जगदीप सिंह का टिकट काटकर वहां पर राजकुमारी ढिल्लों को प्रत्याशी बनाया गया. ढिल्लों हाल ही पार्टी से जुड़ी हैं. द्वारका से पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पौत्र आदर्श शास्त्री का टिकट काटकर कांग्रेस के पूर्व सांसद महाबल मिश्रा के बेटे विनय मिश्रा को टिकट दिया गया है. विनय मिश्रा पिछले चुनाव में शास्त्री के खिलाफ कांग्रेस से चुनाव लड़े थे और अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए थे. ढिल्लों की तरह ही मिश्रा भी एक दिन पहले ही पार्टी से जुड़े हैं और 24 घंटे के भीतर टिकट पा गए हैं. दिल्ली कैंट से कमांडो सुरेंद्र का टिकट काटकर वीरेंद्र सिंह कादियान को टिकट दिया गया. पूर्व एनसजी कमांडो सुरेंद्र मुंबई पर हुए 26/11 के हमले में एनएसजी ऑपरेशन में जख्मी होकर विकलांग हो गए थे.

राजेंद्र नगर से विजेंद्र धर का टिकट काटकर राघव चड्ढा को प्रत्याशी बनाया. राघव चड्ढा दक्षिण दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़े थे. कालकाजी से अवतार सिंह का टिकट काटकर उनकी जगह आतिशी मारलिना को प्रत्याशी बनाया गया है. चड्ढ़ा की तरह आतिशी भी लोकसभा चुनाव लड़ी थीं. पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से वह अपनी जमानत तक नहीं बचा पाई थीं. बदरपुर से नारायण दत्त शर्मा का टिकट काटकर पार्टी के साथ एक दिन पहले ही जुड़े राम सिंह नेताजी को टिकट दिया गया है. नेताजी दो बार विधायक रहे हैं. वह एक बार बसपा से तो एक बार निर्दलीय जीते हैंय

हालांकि, 2019 लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए दिल्ली से लड़ने वाले बृजेश गोयल, पंकज गुप्ता और बलवीर सिंह जाखड़ विधानसभा चुनावों में टिकट नहीं ले पाए. केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘सभी को शुभकामनाएं. आत्मसंतुष्ट होकर बैठे नहीं, मेहनत करें. AAP और हम पर लोगों का बहुत भरोसा है.’

दिल्ली में 8 फरवरी 2020 को चुनाव होंगे और 11 फरवरी को नतीजे आएंगे. आम आदमी पार्टी पिछली बार 70 में से 3 सीटें ही हारी थी. ये सीटें थीं- रोहिणी, विश्वास नगर और मुस्तफाबाद. इन तीन सीटों में दो सीटों पर आम आदमी पार्टी ने अपने प्रत्याशी बदले हैं. रोहिणी से मिठाई कारोबारी राजेश नामा बंसीवाला, विश्वास नगर से भी एक अन्य मिठाई कारोबारी दीपक सिंगला जबकि मुस्तफाबाद से हाजी यूनुस को फिर से उतारा गया है.

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